जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा। जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा।
किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रहे हैं. किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रह...
वादा करेंगे हमेशा इसका साथ निभाएंगे बच्चों से बूढ़े, सबको राष्ट्रभाषा सिखाएंगे। वादा करेंगे हमेशा इसका साथ निभाएंगे बच्चों से बूढ़े, सबको राष्ट्रभाषा सिखाएंग...
हम भी तो इसी में रहते है, मानना चाहो तो मानो जबरदस्ती नहीं। हम भी तो इसी में रहते है, मानना चाहो तो मानो जबरदस्ती नहीं।
Life on a footpath :) Life on a footpath :)
ये कविता एक एहसास है दिल टूट जाने का साथी छूट जाने का। कभी-कभी ऐसा भी होता है दिल टूट जाता है मन बहु... ये कविता एक एहसास है दिल टूट जाने का साथी छूट जाने का। कभी-कभी ऐसा भी होता है दि...